वे खड़े हैं
बाहें फैलाये..
हमें आलिंगनबद्ध करने को
आतुर
अपने शोरूम पर करते हैं
आकर्षक प्यार का
प्रदर्शन
और हम
इस कंक्रीटों के जंगल में
उनके प्यार को
चिरस्थायी समझ
सानंदित होते हैं.
-दिलीप गुप्ता
बाहें फैलाये..
हमें आलिंगनबद्ध करने को
आतुर
अपने शोरूम पर करते हैं
आकर्षक प्यार का
प्रदर्शन
और हम
इस कंक्रीटों के जंगल में
उनके प्यार को
चिरस्थायी समझ
सानंदित होते हैं.
-दिलीप गुप्ता